फटी कमीज में आधा मै
मुंह पर चुपरा इन्द्रधनुष
फिर भी लोगों मै था खुश
सोचा जाके साफ करूँ
नल के पास वॉश करूँ
ठंडी ठंडी जल को ले
अपने चेहरे पर उड़ेले
मन ही मन मुस्काने लगा
दर्पण के निकट जाने लगा
तभी मुझे मलाल हुआ
मेरा चेहरा तो लाल हुआ
पानी में भी घोटाला था
खौन्ग्रेस का मन काला था
ज्यों का त्यों मै सर लिया
ब्रश पकर रगड़ लिया
पेस्ट नीम हरी सी थी
उसमें रंग मिली सी थी
दांतों से धोकेबाजी हुई
अगस्ता से सौदेबाजी हुई
तभी किचेन से महक उठी
मालपुआ और फुल्कें छोटी
मुंह की प्यास बढ़ने लगी
जीभ उधर को चढ़ने लगी
तभी गैस ने धोखा दिया
12 के बदले सिर्फ 9 दिया
इंडक्शन ने जान तो बचाली
पर महंगाई ने हलाल कर डाली
इसे देख प्रियसी मैंने पानी बचाली
और इस बार सुखी होली ही मनाली
तभी गैस ने धोखा दिया
12 के बदले सिर्फ 9 दिया
इंडक्शन ने जान तो बचाली
पर महंगाई ने हलाल कर डाली
इसे देख प्रियसी मैंने पानी बचाली
और इस बार सुखी होली ही मनाली
होली के अवसर पर ढेरों शुभकामनाएं!
ReplyDeletekya baat hai, bahot hi khoobsurat rachna hai, that's too good dude, go agead....
ReplyDeleteअमां हमारी तरफ़ से भी होली मुबारक हो भाई मियां :)
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