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Friday, October 12, 2012

कॉलेज की प्रतियेगिता


हर साल की भांति इस साल भी
प्रतियोगी परीक्षाएं शुरू हो गयीं ।

टी . वी  का स्विच आफ हुआ
किताबे   गुरु   हो        गयी ।

दाखिले    को     है सब परेशान
कट- आफ ने ले ली सबकी जान

IIT,    IIM    पहाड़   बन गया
कोचिंग  फी बुखार बान  गया ।

रेगुलर कोर्स   के   तो    लाले है
वोकेशनल ने ही हमें सम्हाले है

इसमें    भी   इंट्रेंस है  बरा रोड़ा
कईयों    का   इसने सर फोड़ा ।

पिताजी  का  शुरू    हो गया कहर
किताबो तले गुजरता है सातो पहर ।

डर से मन कर रहा थर -थर
कईयों ने खाली  देखो जहर ।

जो     निडर      है    वो    आये     है
किताबो में अश्लील मगज़ीन छुपाये है ।

पिताजी को देते है पल-पल धोखा
पिटे है बियर , विष्की या वोडका ।

पढना जरुरी है सो क्लास करने जायेंगे
दूर के ही कॉलेज में एडमिशन करवाएंगे ।

बिना बाइक  दुरी     नहीं घटेगी
बाइक होगी तभी गिर्ल्फ्रेंड पटेगी ।

गिर्ल्फ्रेंड  पटते  ही कॉलेज भूल जाते है
सिनेमा, पार्क,  और रेस्तरां याद आते है ।

तब     तक      पूरा     साल    बीत    जायेगा
पिछले साल की भांति फिर नया साल आएगा ।।




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