हर साल की भांति इस साल भी
प्रतियोगी परीक्षाएं शुरू हो गयीं ।
टी . वी का स्विच आफ हुआ
किताबे गुरु हो गयी ।
दाखिले को है सब परेशान
कट- आफ ने ले ली सबकी जान
IIT, IIM पहाड़ बन गया
कोचिंग फी बुखार बान गया ।
रेगुलर कोर्स के तो लाले है
वोकेशनल ने ही हमें सम्हाले है
इसमें भी इंट्रेंस है बरा रोड़ा
कईयों का इसने सर फोड़ा ।
पिताजी का शुरू हो गया कहर
किताबो तले गुजरता है सातो पहर ।
डर से मन कर रहा थर -थर
कईयों ने खाली देखो जहर ।
जो निडर है वो आये है
किताबो में अश्लील मगज़ीन छुपाये है ।
पिताजी को देते है पल-पल धोखा
पिटे है बियर , विष्की या वोडका ।
पढना जरुरी है सो क्लास करने जायेंगे
दूर के ही कॉलेज में एडमिशन करवाएंगे ।
बिना बाइक दुरी नहीं घटेगी
बाइक होगी तभी गिर्ल्फ्रेंड पटेगी ।
गिर्ल्फ्रेंड पटते ही कॉलेज भूल जाते है
सिनेमा, पार्क, और रेस्तरां याद आते है ।
तब तक पूरा साल बीत जायेगा
पिछले साल की भांति फिर नया साल आएगा ।।